Top Funny Jokes in Hindi
HAPPY ADMIN DAY
हमारे ग्रूप एडमिन की कहानी मस्ती भरी जुबानी।
हमारे एडमिन के पास पावर है।
चलता नहीं अलग बात है।
.
हमारा एडमिन स्माट है
कोई मानता नहीं अलग बात है।
.
हमारा एडमिन शरीफ है
लगता नहीं अलग बात है।
काफी इज्जत है हमारे एडमिन कि
कोई करता नहीं अलग बात है।
😛😛😛😛
हमारे एडमिन कि बेइज्जति हो चुकी है
एडमिन गुस्से में है
फिर स्माइल कर रा है अलग बात है।
HA. HA.. HA....
एडमिन जी दिल पे मत लेना बस दूसरे ग्रूप के एडमिन को चिपका देना।
आपका ग्रूप मेम्बर
Read More: Nonveg Jokes in Hindi 18+
हमारे ग्रूप एडमिन की कहानी मस्ती भरी जुबानी।
हमारे एडमिन के पास पावर है।
चलता नहीं अलग बात है।
.
हमारा एडमिन स्माट है
कोई मानता नहीं अलग बात है।
.
हमारा एडमिन शरीफ है
लगता नहीं अलग बात है।
काफी इज्जत है हमारे एडमिन कि
कोई करता नहीं अलग बात है।
😛😛😛😛
हमारे एडमिन कि बेइज्जति हो चुकी है
एडमिन गुस्से में है
फिर स्माइल कर रा है अलग बात है।
HA. HA.. HA....
एडमिन जी दिल पे मत लेना बस दूसरे ग्रूप के एडमिन को चिपका देना।
आपका ग्रूप मेम्बर
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Boy: i love u..
.
. Girl: sorry but I love
sum1 else..
.
.
Boy: ok your happiness
matters me more than ur
love..
.
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Moral: moral voral
kuch nahi jaha apni bezzati ho rahi ho waha acha
dialogue maar k kaam chalana chahiye...
samajdar thoko like
Read More: Ladkiyon ka Kaminapan
कुदरत का करिश्मा!
कुदरत ने औरत को हसींन बनाया।
खूबसूरती दी।
चाँद सा चेहरा दिया।
हिरणी सी आँखें दी।
मोरनी जैसी चाल दी।
रेशम से बाल दिए।
कोयल जैसी मीठी आवाज़ दी।
फूल सी मासूमियत दी।
गुलाब से होंठ दिए।
शहद सी मिठास दी।
प्यार भरा दिल दिया।
और फिर....
फिर क्या हुआ जानते हो?
एक ज़ुबान दी।
और सब सत्यानाश हो गया।
हर वक़्त टर्र, टर्र, टर्र।
Read More: Sharabi Jokes in Hindi
कल तो हद हो गयी ..जब
भारत जीता तो मैं
खुशी खुशी में सड़क पर अपने
कुछ दोस्तों के साथ पटाखे
फोड़ने लगा .. अभी एक
पटाखे में बत्ती छिल कर
चिंगारी लगाई
ही थी की सामने से एक
आंटी आती दिखी ..
मैं और में दोस्त हम सब
चिल्लाने लगे ...
आंटी पटाखा है ....
.
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आंटी पटाखा है ..
.
.
आंटी पटाखा है ...
.
.
.
आंटी मुस्कराई और बोली :
.
" नही रे पागलो , अब
पहले जैसी बात कहाँ
Read More: Whatsapp Jokes
एक बार एक मारवाड़ी भाई ट्रेन से सफर कर रहा था। जल्दी में
टिकट नहीं ले पाया और ट्रेन आ गई थी। उसे
पता नहीं क्या सूझाकि उसने प्लैटफॉर्म पर पड़ाएक
पुराना टिकट उठा लिया औरउसे पानी में डुबोकर जेब
में आराम से रख लिया।
ट्रेन चल पड़ी और आधे घंटे बाद जब टीटी के आने
की हलचलसुनाई पड़ी तो उसने टिकट निकालकर हाथ
में ले लिया।
उसने जेब से 2 पेन निकाल करदोनों हाथों में एक-एक
पेन लेकर टिकट को पेन से पकड़ा (हाथों से दूर
रखा)।
टीटी: टिकट, टिकट दिखाओ अपना...
मारवाड़ी भाई ने वैसे ही पेन से पकड़कर टीटी को दूर से
ही टिकट दिखाने लगा। टीटी को बड़ा अजीब लगा।
टीटी (गुस्से से): ये क्या बेहूदा हरकत है, हाथ से
क्यों नही दिखाते ?
मारवाड़ी भाई :कैसे छुएं इसे... टॉयलेट में गिर गया था।
टीटी: दूर रखो इसे, न जाने कहां-कहां से आ जाते
हैं...Read More: Doctor v/s Patient Jokes in Punjabi Font